Contents(heading)
उल्टी
उल्टी हमारे शरीर की एक मेकैनिज्म प्रक्रिया होती है जिसके जरिए हम अपनी पेट में उपस्थित अशुद्ध और विषैला पदार्थ को बाहर निकाल देते हैं। जिस प्रकार मल त्यागना और मूत्र विसर्जन लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा होता है, उसी प्रकार उल्टी से लोगों के अंदर उपस्थित गंदगी को हमारे शरीर द्वारा साफ किया जाता है। इस आर्टिकल में हम उल्टी रोकने के उपाय, उल्टी होने के कारण और कई अन्य तथ्यों को भी जानेंगे।
उल्टी एक आंतरिक बीमारी है जिसमें हमारे पेट की सामग्री मुंह के द्वारा बाहर निकल जाती है। उल्टी होने के कारण कई सारे हो सकते हैं, जैसे प्रेगनेंसी, अशुद्ध और विषैला युक्त खाद्य पदार्थ खाना, यात्रा और कई अन्य बीमारियां निमोनिया, सेप्सिस के कारण उल्टी होती है। उल्टी एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हमें पता चलता है कि हमारा शरीर असुरक्षित और अस्वस्थ है।
बार-बार उल्टी जैसा लगना लोगों में चिंता का एक विषय बन जाती है। कभी-कभार उल्टी होना कोई बड़ी बात नहीं होती है, लेकिन यदि आपको उल्टी बार-बार हो रही है तो यह बहुत बड़ी समस्या हो सकती है। इस समय इंसान पेट में उपस्थित खाद सामग्री के साथ-साथ तरल पदार्थ को भी खो देता है। तरल पदार्थ हमारे शरीर का एक ऐसा हिस्सा होते हैं जो कि शरीर की कार्य प्रणाली में काफी भूमिका निभाते हैं। बार-बार उल्टी जैसा लगना के कारण शरीर में तरल पदार्थ की कमी आ जाती है। उल्टी होने के कारण कई सारे पोषक तत्व और मिनरल्स की कमी हो जाती है जिससे शरीर को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचता है।
उल्टी होने के कारण
वैसे तो उल्टी हमारी बॉडी की एक सामान्य मेकैनिज्म प्रक्रिया है जो की शरीर में असामान्यता को दर्शाता है। आपके अपने लाइफ स्टाइल में बदलाव खानपान में चेंज और अंदरूनी दिक्कत के कारण भी आपको उल्टी होने की समस्या हो सकती है। शराब की सेवन, प्रेगनेंसी और फूड प्वाइजनिंग मैं उल्टी का होना एक आम समस्या होती है। उल्टी होने के कारण कई सारे हो सकते हैं जिसको एक-एक करके निम्नलिखित दर्शाया गया है।
- यात्रा के दौरान (मोशन सिकनेस)
- फूड प्वाइजनिंग
- प्रेगनेंसी
- माइग्रेन का सर दर्द
- अत्यधिक दर्द
- किडनी स्टोन में होने वाला दर्द
- हेड इंजरी में
- कुछ दावों के साइड इफेक्ट
- वायरल संक्रमण
- GERD ( गैस्ट्रो एसोफेगस रिफलक्स डिजीज )
- चक्कर आना
- अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन
- पेट संबंधित विकार जैसे गैस्ट्राइटिस, कोलाइटिस, पेप्टिक अल्सर, एसिडिटी आदि।
- तनाव चिन्ता
- पितासय से संबंधित बीमारी
- इंजरी या एक्सीडेंट
- विषैला युक्त खाद पदार्थों को खा लेना।
उल्टी रोकने के उपाय
वैसे तो उल्टी रोकने के कई सारे उपाय मौजूद है, लेकिन हर उल्टी में उसके रोग और कारण के अनुसार उपचार भी अलग-अलग होता है। लोग उल्टी रोकने के उपाय दवाइयां और हर्बल से करते हैं, तो कुछ लोग उल्टी के उपाय घरेलू उपचार की मदद से करते हैं। उल्टी को कुछ घरेलू उपचार की मदद से रोका जा सकता है जिससे इंसान की मूड में काफी बदलाव आएगी और अपने आप को काफी फ्रेश महसूस करेगा।
उल्टी से राहत दिलाए नींबू पानी ।
उल्टी में मरीज अपने शरीर में उपस्थित तरल को खो देते हैं। उल्टी के कारण हमारे शरीर में निर्जलीकरण की समस्या हो जाती है। शरीर में हुई पानी की कमी के कारण उल्टी और ज्यादा बढ़ जाती है। उल्टी रोकने के उपाय, नींबू पानी पीने से निर्जलीकरण की समस्या खत्म होती है और विटामिन सी उल्टी जैसी समस्या को रोकती हैं।
नीम के पत्ते उबालकर पीने से।
वैसे तो नीम का नाम लेते ही लोगों में उल्टी की समस्या आने लगती है। नीम कड़ा होने के बावजूद भी उल्टी रोकने के उपाय के लिए कारगर साबित होता है। यदि आप थोड़ी मात्रा में नीम की पत्तियों को उबालकर उसके रस को धीरे-धीरे पीते हैं तो उल्टी की समस्या से राहत मिलती है। नीम की पत्तियों में एंटीइमेटिक गुण होते हैं जो की पेट संबंधित समस्याओं को सुधार कर विष हरण करने का काम करते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर से उल्टी का उपचार।
यदि आपमें बार-बार उल्टी जैसा लगना मतली की समस्या होना यह सारी चीजे हो रही है तो एप्पल साइडर विनेगर आपके लिए काफी कारगर साबित हो सकता है। यदि आप एप्पल साइडर विनेगर को एक चम्मच शहद में मिलाकर पीते हैं तो उल्टी और मतली जैसी समस्याओं से तुरंत राहत मिलेगी। उल्टी रोकने के उपाय यह है कि एप्पल साइडर विनेगर पेट में उपस्थित विषाक्त पदार्थों को हरण करने का काम करता है, जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिस्कॉमफर्ट की समस्या खत्म हो जाती है।
उल्टी के लिए पुदीना का सेवन करें।
यदि आपको उल्टी होती है तो पुदीने का सेवन करने से तुरंत राहत मिलती है। पुदीना उल्टी रोकने के लिए काफी कारगर साबित होता है। पुदिने के स्वाद उल्टी में बिगड़ी हुई मन को सुधरता है जिससे मूड में भी बदलाव आता है। पुदीना एक हर्बल आयुर्वेदिक औषधि होती है जो की उल्टी जैसी समस्या से राहत दिलाता है। उल्टी को रोकने के लिए आप पुदीने का चटनी या उसको अदरक के साथ मिलकर चाट सकते हैं।
उल्टी रोकने के उपाय तुलसी पत्ते से।
सदियों से तुलसी पत्ते को आयुर्वैदिक हर्ब और औषधी में काफी गुणकारी माने जाने वाला पौधा के रूप में गिना जाता है। तुलसी एक ऐसी वनस्पति है जो की हमारी शरीर के हर अंगों के लिए सुरक्षित होती है। यदि आप तुलसी पत्ते का सेवन करते हैं तो आपको उल्टी से काफी ज्यादा राहत मिलती है।
उल्टी रोकने के लिए लॉन्ग।
लॉन्ग प्राकृतिक गुण और अपनी अलग स्वाद के कारण पहचाने जाने वाला एक गुणकारी औषधि है। यदि आपको पेट से संबंधित समस्याएं जैसे की उल्टी आती है, तो आप लॉन्ग का सेवन कर सकते हैं। उल्टी रोकने के लिए आप लॉन्ग को चूसते रहे जिससे उसका रस आपके डिस्टर्ब हुई पेट में जाकर सारी समस्याओं को ठीक करता है। लॉन्ग का सेवन करने से उल्टी जैसी समस्या से राहत पाने में आसानी मिलती है।
उल्टी रोकने के उपाय अजवाइन।
यदि किसी को पेट से संबंधित कोई समस्या होता है तो अजवाइन का सेवन करते ही उसे तुरन्त आराम मिलती है। अजवाइन पेट संबंधित गैस, ब्लोटिंग और अपच जैसी समस्याओं को दूर करके पेट की सुरक्षा करता है। यदि पेट के डिस्टर्ब होने के कारण आपको उल्टी की समस्या हो रही है तो अजवाइन का सेवन करने से काफी राहत मिलती है।
और पढ़ें:- लूज मोशन के घरेलू उपचार
बार-बार उल्टी जैसा लगना
लोगों में बार-बार उल्टी का होना कई सारी समस्याओं को दर्शाती है, जो की निम्नलिखित एक-एक करके बताया गया है।
- फूड प्वाइजनिंग
कितने लोगों में फूड प्वाइजन की समस्या बनी रहती है। फूड प्वाइजन पेट से संबंधित एक ऐसी समस्या है जिसमें गलत खान-पान को सेवन करने से हमारे पेट में इरिटेशन होने लगती है। पेट में इरिटेशन होने के कारण हमारा पेट उसे ऊपर की तरफ धकेलना लगता है जिससे उलटी हो जाती है।
- माइग्रेन के दर्द में।
बार-बार उल्टी जैसा लगना माइग्रेन के मरीजों में एक आम समस्या बन जाती है। जो लोग माइग्रेन से पीड़ित होते हैं उन लोगों को उल्टी जैसी समस्या बनी रहती है। माइग्रेन के दर्द में हमारा दिमाग डिस्टर्ब हो जाता है जिससे वह पेट की कार्य फंक्शन को समझ नहीं पता है और उल्टी हो जाती है।
- मोशन सिकनेस।
मोशन सिकनेस एक ऐसी समस्या है जिसमें इंसान को यात्रा करते समय उल्टियां होने लगती है। जिन लोगों को मोशन सिकनेस की समस्या होती है उन लोगों में यात्रा के समय बार-बार उल्टी जैसा लगना सामान्य हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे आंतरिक कान हमारे दिमाग को अलग-अलग संदेश भेजता है। कंफ्यूज दिमाग संदेश की सीमा तय नहीं कर पता है और उल्टियां होने लगती है।
- अल्सर में बार-बार उल्टी जैसा लगना ।
अल्सर हमारे पेट से संबंधित एक बीमारी होती है, जिसमें हमारे पेट के आंतरिक दीवार में घाव बन जाती है। पेट के आंतरिक दीवार में घाव बनने के कारण हम कुछ भी खाते हैं तो पेट में इरिटेशन होने लगती है। पेट में इरिटेशन होने के कारण हमारा पेट वापस उसे खाने को मुख्य द्वार के जरिए बाहर निकाल लेता है. और हमेशा उल्टी जैसा मन बना रहता है।
- दवाओ के साइड इफेक्ट।
बार-बार उल्टी जैसा लगना दावों के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। कुछ एंटीबायोटिक या नशीली दावों का सेवन करने से इंसान में बार-बार उल्टी जैसा लगने लगता है। इन दवाओ के ज्यादा डोज या ज्यादा मात्रा में सेवन करने से यह समस्या उत्पन्न हो जाती है। यदि दवाओ के कारण आपको उल्टी जैसा फिलिंग होता है तो अपने डॉक्टर से अवश्य मिले।
- बहुत ज्यादा दर्द होने पर।
यदि लोगों में असहनीय दर्द होता है। ऐसा व्यक्ति जिसको दर्द के कारण काफी पीड़ा हो रही है उस व्यक्ति में बार-बार उल्टी जैसा लगना समान्य हो जाति हैं। बहुत ज्यादा पीड़ा और दर्द होने पर या किसी का एक्सीडेंट हो जाए तो आदमी दिमागी संतुलन को देता है जिससे उल्टी जैसी समस्या होती है।
इसको भी पढे: सामान्य सर्दी बुखार को कैसे ठीक करें
प्रेगनेंसी में उल्टी का होना
प्रेग्नेंट महिलाओं में उल्टी जैसी समस्या को मॉर्निंग सिकनेस के नाम से जाना जाता है। न्यूट्रीशन की कमी और कई सारे पोषक तत्वों की कमी के कारण उल्टी जैसी समस्या होती है। मॉर्निंग सिकनेस के और भी कारण हो सकते हैं जिनको निम्नलिखित आर्टिकल में बारीकी से समझाया गया है।
और पढ़ें:- गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद उल्टी होती है