गुर्दे की पथरी के लक्षण, कारण और ईलाज – 7 dangerous symptoms of kidney stones

गुर्दे की पथरी

किडनी स्टोन जिसे हम सरल भाषा में गुर्दे की पथरी के नाम से भी जानते हैं। इस आर्टिकल में हम गुर्दे की पथरी के लक्षण और गुर्दे की पथरी का इलाज जानने वाले है। किडनी स्टोन आजकल लोगों में एक ऐसी समस्या बनती जा रही है जो कि हमारी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को और बिगड़ती जा रही है। आमतौर पर किडनी स्टोन पेशाब के जरिए बाहर निकल जाती है, लेकिन कई लोगो में इस स्टोन को सर्जरी के माध्यम से बाहर निकालना पड़ता है।

किडनी स्टोन हमारी गुर्दे में एक ठोस पदार्थ से बना हुआ क्रिस्टलीकृत आकृति होती है जो की किडनी की फंक्शन में बाधा डालती है। किडनी में स्टोन बनने से हमारी किडनी की कार्य क्षमता सहित पेशाब और ब्लड फिल्ट्रेशन के कार्य में अड़चन आती है। गुर्दे की पथरी के लक्षण असहनीय और पहचान लायक भी नहीं होते हैं।

गुर्दे की पथरी किसके कारण बनती है

गुर्दे में पथरी के बनने के पीछे कई सारी समस्याएं हो सकती है। इंडिया में तो किडनी में पथरी बनना इतनी सामान्य हो गई है कि हर साल 12% किडनी स्टोन के मामले सामने आते हैं। दुनिया भर में किडनी में पथरी के मरीजों की संख्या 15% है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि लोगों के खान-पान में बदलाव और शिष्टाचारिक भोजन न करने की वजह से शरीर की कार्य प्रणाली में कई सारे एक्स्ट्रा पदार्थ जमा होने कारण गुर्दे में पथरी बनती है।

यदि आप खाने में बहुत ज्यादा मात्रा में यूरिक एसिड, कैल्शियम और ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो आपके अंदर यह तीनों पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है। यूरिक एसिड कैल्शियम और ऑक्सलेट आपस में मिलकर के क्रिस्टलीय युक्त स्टोन की आकृति बनाते हैं, और किडनी स्टोन का कारण बनते हैं। हमारी किडनी में उपस्थित स्टोन किसी एक तत्व से मिलकर बना होता है। किडनी स्टोन या तो कैल्शियम से ,या तो यूरिक एसिड से, या तो ऑक्सलेट का बना होता है।

  1. यदि आप कम मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करते हैं, तो भी आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है।
  2. यदि आप पियुरीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं तो भी पथरी बन सकती है। जैसे: फूल गोभी, ब्रोकली, मशरूम इत्यादि।
  3. गैस में लंबे समय तक कैल्शियम युक्त एंटासिड लेने से भी गुर्दे में पथरी बन सकती है।
  4. हमारी आंतों से संबंधित बीमारी अल्सरेटिव कोलाइटिस और क्रोहन रोग में भी किडनी स्टोन होने की चांस रहती है।
  5. कुछ मामलों में गुर्दे में पथरी बनना है जेनेटिक भी हो सकती है।
  6. ज्यादा मात्रा में मांस मछली और अंडे खाने से भी पथरी हो सकती है।
  7. काफी ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन करना।

अवश्य पढे: किडनी खराब होने के संकेत

गुर्दे की पथरी के लक्षण

गुर्दे की पथरी के लक्षण

गुर्दे की पथरी को बताना जितना आसान है इसके लक्षण उतने ही येडे- टेढ़े होते हैं। गुर्दे की पथरी के लक्षण कुछ तो धीरे-धीरे और कुछ एकाएक उत्पन्न होते हैं।

  • पीठ साइड दर्द होना।

हमारी किडनी पीठ की तरफ पेट के पीछे उपस्थित होती है। यही कारण है कि गुर्दे की पथरी में हमारे नाभि के साइड में पेट के पिछले हिस्से में पीठ की तरफ दर्द होता है।

  • पेसाब में जलन।

किडनी में स्टोन होने के कारण मूत्र मार्ग संक्रमण होने की खतरा ज्यादा रहती है। गुर्दे की पथरी के लक्षण में से सामान्य है पेशाब में जलन का होना। जिन लोगों के किडनी में पथरी होती है उन लोगो में पेशाब के रास्ते में इंफेक्शन होने के कारण पेशाब करते टाइम जलन होती है।

  • उल्टियां और मतली होना।

किडनी में पथरी होने पर कुछ मामलों में उल्टी और मतली का होना भी उनके लक्षणों में गिना जाता है। कुछ तांत्रिकाएं उत्तेजित और पाचन क्रिया में गड़बड़ी के कारण उल्टी होता है।

  • पेशाब में खून या बार-बार पेशाब जाने का मन।

गुर्दे की पथरी के लक्षण का सबसे महत्वपूर्ण संकेत पेशाब में खून आना और पेशाब की आवृत्ति में वृद्धि होना है। जब स्टोन किडनी से निकलकर पेशाब के रास्ते में चला जाता है तो खरोच के कारण खून निकलने लगता हैं। पेशाब के रास्ते बंद होने के कारण ब्लएनएन राज।c joडर पूरे तरीका से नहीं भरता है और बार-बार पेशाब करने का मन करता है।

इसको पढे: बार-बार पेशाब क्यों होती है।

  • पेट में दर्द होना।

गुर्दे में पथरी होने पर पेट में दर्द होने लगता हैं। ओपीडी में डॉक्टर के पास कोई भी किडनी स्टोन के मरीज का गुर्दे की पथरी के लक्षण में पेट दर्द ही होता है। गुर्दे में पथरी होने पर पेट में दर्द धीरे-धीरे भी हो सकते हैं या अचानक से दर्द उत्पन्न होता है।

  • पेशाब का गुलाबी होना।

पेशाब के रास्ते में आई हुई स्टोन के कारण खुरच लगने से ब्लीडिंग होता है। वह खून डायरेक्ट हमारे पेशाब में मिक्स होने के कारण पेशाब का रंग गुलाबी हो जाता है।

गुर्दे की पथरी का इलाज

Kidney stones

  1. ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें।
  2. अपने खाने में पियुरिन युक्त खाद पदार्थ का सेवन न करें।
  3. नमक की मात्रा कम कर दे।
  4. कैल्शियम युक्त एंटासिड को लेना बंद कर दें।
  5. यदि यूरिक एसिड स्टोन है तो यूरिक एसिड की दवा के साथ है किडनी स्टोन का ट्रीटमेंट ले।
  6. यदि कैल्शियम स्टोन है तो पोटेशियम साइट्रेट जैसी दवाओ का सेवन करें।
  7. बहुत ज्यादा दर्द है तो दर्द निवारक दवाइयां, एस्पिरिन ,आइबुप्रोफेन या फिर नारकोटिक एनाल्जेसिक का उपयोग करें।
  8. बहुत सारे आयुर्वैदिक मेडिसिन है जो की किडनी के स्टोन को हटाने का काम करती है उनका उपयोग करें।
  9. एप्पल साइडर विनेगर का उपयोग करें।
  10. कुल्थी दाल का सेवन करें।

Leave a Comment