Contents(heading)
- 1 कोप्लेटलेट्स क्या होते हैं?
- 2 प्लेटलेट्स क्यों घटता है।
- 3 प्लेटलेट्स कम होने के क्या लक्षण है
- 4 प्लेटलेट्स की कमी का इलाज
- 4.0.0.1 1. विटामिन B12 सप्लीमेंट लेकर।
- 4.0.0.2 2. (बकरी का दूध) बकरी का दूध पीने से भी प्लेटलेट्स बढ़ती है
- 4.0.0.3 3. फोलेट ( विटामिन बी9 ) को शामिल करें।
- 4.0.0.4 4. विटामिन सी के सेवन से।
- 4.0.0.5 5. नारियल पानी के सेवन से।
- 4.0.0.6 6. एलोवेरा और गिलोय का सेवन।
- 4.0.0.7 7. प्लेटलेट्स की कमी का इलाज पपीता या उसके पत्ते।
- 4.0.0.8 8. प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन
- 5 प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले फल और सब्जियां
कोप्लेटलेट्स क्या होते हैं?
प्लेटलेट्स हमारे बॉडी में खून की एक प्रकार होती है, जिसका निर्माण हमारी हड्डियों के बोन मैरो में होता है। इश आर्टिकल में हम प्लेटलेट्स की कमी का इलाज , कारण और लक्षण जानने वाले है। अगर हमारे बॉडी में कहीं चोट लग जाती है, तो प्लेटलेट्स आपस में इकट्ठा (एग्रीगेट) हो करके चोट वाली जगह पर खून का रिसाव बंद कर देती है, जिससे खून बहना बंद हो जाता है।
प्लेटलेट्स हमारे शरीर में ताकत देने का भी काम करता है, यानी मजबूती प्रदान करना।अगर किसी कारणवश हमारे शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम या अधिक हो जाती है, तो कई सारी बीमारियां आने का संकेत हो जाती है। समान्य भाषा में बोले तो प्लेटलेट्स की संख्या में गड़बड़ी होना हमारे बॉडी में कोई संक्रमण को दर्शाती है। इस आर्टिकल में हम प्लेटलेट्स के बारे मैं जानेंगे तो आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
प्लेटलेट्स क्यों घटता है।
प्लेटलेट्स हमारे शरीर की रक्त कणिकाओं का एक प्रकार होता है। इसके घटने के कई सारे कारण हो सकते हैं। प्लेटलेट्स क्यों घटता है ? इस प्रश्न का सटीक जवाब आपको निम्नलिखित शब्दों में दिया गया है।
1. बुखार होने पर प्लेटलेट्स का कम हो जाना।
यदि आपको मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू और टाइफाइड जैसे बुखार हो जाती है तो यह संक्रमण आपके प्लेटलेट्स को कम करने का मुख्य कारण बनती है। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे वायरल बुखार में प्लेटलेट्स घटने की प्रवृत्ति काफी अधिक हो जाती है।
वायरल संक्रमण में प्लेटलेट्स कम होने के पीछे का मुख्य कारण डेंगू और चिकनगुनिया जैसे वायरस के कारण होता है। जब डेंगू का वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है, तो सीधे हमारे अस्थि मज्जा ( बोन मैरो ) पर अटैक करता है, जिससे इसमें बना रहे हैं प्लेटलेट्स की संख्या में काफी कमी आती है। प्लेटलेट्स की कमी का इलाज कि अगर बात की जाए तो इन जैसे वायरल बुखार की दवाइयां चला कर दूर किया जा सकता है।
2. ऑटोइम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया होने पर प्लेटलेट्स का कम हो जाना।
ऑटोइम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिया एक प्रकार की बीमारी होती है जो कि सीधे तौर पर हमारी प्लेटलेट्स पर हमला करती है। इस रोग में हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली प्लेटलेट्स को बाहरी वस्तु समझ कर उसको मार भागने लगती है। इस रोग के होने के कारण भी हमारे प्लेटलेट्स की संख्या में काफी गिरावट मिलती है।
3. कैंसर होने पर प्लेटलेट्स का कम हो जाना।
कैंसर होने पर प्लेटलेट्स कम होने के दो कारण हो सकते हैं। पहला जिस व्यक्ति को बोन मैरो में कैंसर हुआ है, उस व्यक्ति में प्लेटलेट्स की संख्या काफी कम हो जाती है, और इलाज चलने पर भी प्लेटलेट्स नहीं बढ़ती है।
दूसरा जिस व्यक्ति को कैंसर होने पर कीमोथेरेपी जैसे दवाइयां या रेडिएशन दिया जाता है उस व्यक्ति में भी प्लेटलेट्स कम हो जाता है।
4. कुछ दवाओं के सेवन से।
खून को पतला करने वाली कुछ दवाइयां एस्पिरिन या वारफारिन, कुछ प्रकार के एंटीबायोटिक, दर्द निवारक दवाइयां, क्लोपिडोग्रेल और एटोरवास्टेटिन इस प्रकार की दवाइयों के सेवन से खून पतला हो जाता है और प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। यदि आपका प्लेटलेट्स कम है. और आप इन दवाइयों का सेवन करते है, तो प्लेटलेट्स की कमी का इलाज यही है कि आप इन दवाओं को खाना छोड़ दे।
5. प्लीहा का अति सक्रिय हो जाने पर।
कोई भी काम यदि अति सक्रियता से की जाए तो काम बिगड़ जाती है। जब प्लीहा अति सक्रिय हो जाता है तो आवश्यकता से अधिक मात्रा में खून से प्लेटलेट्स को छानने लगता है, जिससे हमारे खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम पड़ जाती है।
प्लेटलेट्स कम होने के क्या लक्षण है
प्लेटलेट्स कम होने के निम्नलिखित लक्षण है, जिसको एक – एक करके बताया गया है।
- काफी ज्यादा थकान महसूस होना।
- सर दर्द करना।
- उल्टी जैसा मन रहना उल्टी होना।
- त्वचा पर छोटे-छोटे लाल कलर के धब्बे पड़ना।
- चोट लगने पर ज्यादा मात्रा में खून का रिसाव होना।
- किसी काम को करते समय सांस फूलना।
- मसूड़ों से खून आना है।
- बड़ी आसानी से चोट लगना और उस जगह पर नीला पड़ जाना।
- मुंह का स्वाद बदल जाना।
- शरीर में कमजोरी हो जाना।
प्लेटलेट्स की कमी का इलाज
1. विटामिन B12 सप्लीमेंट लेकर।
विटामिन b12 एक ऐसा सप्लीमेंट है, जिसके कमी से हमारे खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। प्लेटलेट्स की कमी का इलाज विटामिन b12 कैसे हैं? प्लेटलेट्स की कमी सीधे तौर पर विटामिन b12 के कमी के ऊपर डिपेंड नहीं करता है। हमारे शरीर में प्लेटलेट्स कोशिका विभाजन से बनता है. और कोशिका विभाजन के लिए विटामिन बी12 का होना अति आवश्यक है।
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2. (बकरी का दूध) बकरी का दूध पीने से भी प्लेटलेट्स बढ़ती है
sciencedirect.com के अनुसार प्रिस्का बकरी का दूध पीने पर अन्य बकरियों के तुलना में प्लेटलेट्स की संख्या काफी तेजी से बढ़ती है।
3. फोलेट ( विटामिन बी9 ) को शामिल करें।
फोलेट या फोलिक एसिड जिसे विटामिन बी9 के नाम से भी जाना जाता है। रक्त कोशिकाओं में प्लेटलेट्स के निर्माण के लिए डीएनए संश्लेषण का होना अति आवश्यक है। विटामिन b9 प्लेटलेट्स के निर्माण के लिए डीएनए संश्लेषण में भाग लेता है। यदि आप अपने डाइट में विटामिन b9 को शामिल करते हैं तो प्लेटलेट्स कम होने की प्रवृत्ति को रोका जा सकता है।
यदि आप प्लेटलेट्स की कमी का इलाज जानना चाहते है, तो फोलिक एसिड आपके लिए दमदार इलाज है। फोलिक एसिड टिशु में उपस्थित सेल को ग्रो करने का काम करता है, जिससे प्लेटलेट्स काउंट ऊपर की तरफ रहता है।
4. विटामिन सी के सेवन से।
विटामिन सी आयरन को सही से अवशोषित करने का काम करती है, जिससे प्लेटलेट्स को बनने में सहायता मिलती है, और प्लेटलेट्स काउंट बढ़ती है। प्लेटलेट्स की कमी का इलाज विटामिन सी इसलिए है , क्योंकि विटामिन सी आयरन को बनाए रखती है, जिससे प्लेटलेट्स के निर्माण में काफी ज्यादा सहायता मिलती है।
5. नारियल पानी के सेवन से।
नारियल पानी में ऐसे कई सारे पोषक तत्व होते है, जो कि प्लेटलेट्स को बढ़ाने में सहायता करते हैं। इसके सेवन से हमारे प्लेटलेट्स को बढ़ाने में सहायता मिलती है।
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6. एलोवेरा और गिलोय का सेवन।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए आप एलोवेरा और गिलोय का रस बनाकर ले सकते हैं। यदि रोजाना आप चार दिनों तक सुबह शाम एलोवेरा और गिलोय का रस बनाकर पानी में मिक्स करके पीते हैं, तो आपका प्लेटलेट्स काफी तेजी से बढ़ता है।
7. प्लेटलेट्स की कमी का इलाज पपीता या उसके पत्ते।
पपीता में बहुत सारे तत्व मौजूद होते हैं जो हमारे प्लेटलेट्स के बनने में सहायता करके उनको बढ़ने में काफी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। पपीता में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और फाइबर पाया जाता है।
प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए आप पपीता या पपीते के पत्ते का रस बनाकर उसे पी सकते हैं। पपीते के पत्ते का रस काफी कड़वा होता है,तो उसको टेस्ट के लिए आप उसमें थोड़ा सा काला नमक मिक्स करके उसको ले सकते हैं।
8. प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन
यदि आप तरह-तरह की दवाइयां और प्राकृतिक नुस्खे को अपनाकर थक चुके हैं, और आपका प्लेटलेट्स नहीं बढ़ रहा है, तो ” प्लेटलेट्स की कमी का इलाज ” प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन है। प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन एक ऐसी तकनीक होती है, जिसमें इंसान को प्लेटलेट IV रूट के जरिए बाहर से दिया जाता। प्लेटलेट्स ट्रांसफ्यूजन की स्थिति तब आती है जब इंसान का प्लेटलेट्स बहुत ज्यादा कम हो जाता है या कोई भी दवाइ या घरेलू उपचार के कारण ठीक नहीं होता है।
प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले फल और सब्जियां
प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले फल :- पपीता, कीवी, अनार, संतरे, नींबू, और स्ट्रॉबेरी।
प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले सब्जियां :- गोभी, ब्रोकली, पत्तेदार सब्जियां जैसे पलक, चुकंदर, कद्दू और गाजर।