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सरसों का साग
सर्दियों का मौसम चल रहा है और इस सीजन में किसानों द्वारा तरह-तरह के सब्जियों और पत्तेदार सांग का उत्पादन किया जाता है। इस आर्टिकल में हम “सरसों के साग के फायदे और नुकसान” के उपर चर्चा करने वाले हैं।
सरसों के दाने गोलाकार काले रंग के होते हैं जिनको तेल मिल में ले जाकर क्रश करके सरसों का तेल निकाला जाता है। उन्हीं दानों को खेत में छिटकर सरसों का पौधा उगाया जाता है। सरसों के पौधे के पत्ते लंबे गोलाकार आकार के होते हैं। सरसों के तेल के अलावा उसके पत्ते में भी कई सारे न्यूट्रिशन गुण होते हैं जो कि हमारे शरीर को अंदर से काफी ज्यादा पोषण प्रदान करते हैं।
सामाजिक परंपरा और गांव देहातों में पुराने जमाने से सरसों का साग और मक्के का लिट्टी को लोग बड़ी चाव से खाते आ रहे हैं। इन दोनों चीजों का कंबीनेशन भोजन के स्वाद में चार चांद लगा देती है। सरसों के साग के फायदे और नुकसान यह है, कि इसमें कई सारे विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं जो की फायदे तो वह करते हैं, लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा में सेवन नुकसान का भावी बन सकता है।
सरसों के साग के फायदे और नुकसान
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार सरसों के साग खाने से बाल, त्वचा, नाखून, दिल और दिमाग को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ हमारे खून में उपस्थित हीमोग्लोबिन की संख्या को बढ़ाने में भी सहायक होता है।
सरसों के साग के फायदे
1. वजन को कम करें।
सरसों के साग के फायदे : वजन को कम करने में सरसों साग काफी कारगर साबित होता है। सरसों साग में उपस्थित डाइटरी फाइबर मेटाबॉलिज्म को नियमित करके ज्यादा मात्रा में उपस्थित वसा को गलाने का काम भी करते हैं।
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2. सरसों के साग के फायदे कोलेस्ट्रॉल कम करें।
कोलेस्ट्रॉल हमारे बाइल डक्ट से रिलीज होने वाला एक प्रोटीन होता है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए सही और खराब भी होता है। खराब कोलेस्ट्रॉल जिसे हम lDL के नाम से जानते हैं। सरसों का साग खाने से एलडीएल को कम करने में सहायता मिलती है. और दिल भी स्वस्थ रहता है।
3. त्वचा को चमकदार बनाएं।
त्वचा हमारे शरीर का अहम हिस्सा होती है, जिसको सुंदर दिखना बहुत जरूरी होता है। सरसों के साग के फायदे यह है कि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और अन्य कई सारे मिनरल्स मौजूद होते हैं जो की त्वचा को चमकदार और सुंदर बनाने में काफी कारगर साबित होते हैं।
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4. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं।
जब किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, या सर्दी फ्लू जैसी बीमारियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए डॉक्टर विटामिन सी की गोलियां देते हैं। सरसों के साग में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होता है जो की इम्यूनिटी को मजबूत बनाकर बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
5. कब्ज को भगाएं और कैंसर से बचाए।
फाइबर एक ऐसा आहार है जो कि हमारे पेट के लिए काफी वरदान साबित होता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से हमारे पेट की आंतों की मसल्स मजबूत रहती है, और खाने को पचाने में काफी मदद मिलती है। मथुरा के साइड में भरपूर मात्रा फाइबर होता है जो की कब्ज जैसी बीमारियों को दूर कर कैंसर जैसी समस्याओं से भी बचाता है।
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सरसों के साग के नुकसान
1. किडनी स्टोन में।
वैसे तो सरसों के साग खाने से किडनी में स्टोन की समस्या खत्म हो जाती है। सरसों के साग के नुकसान ये होते है कि आपको पहले से ही किडनी में स्टोन बना हुआ है. और आप सरसों का साग खाते हैं तो किडनी स्टोन का दर्द और ज्यादा बढ़ सकता है।
2. गैस की समस्या बढ़ाए।
सरसों के साग के नुकसान: सरसों के साग में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। हालांकि सरसों के साथ खाने से उसमें उपस्थित फाइबर कब्ज जैसी समस्या को तो दूर करती है। लेकिन, यदि आप सरसों के साग ज्यादा मात्रा में खाते हैं तो ज्यादा मात्रा में फाइबर इंटेक होता है। ज्यादा मात्रा फाइबर लेने के कारण अपच गैस और हार्टबर्न जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
3. सरसों के साग से एलर्जी होने पर।
जिन लोगों को सरसों के साग से एलर्जी होती है उन लोगों को सरसों के साग नहीं खानी चाहिए। सरसों के सांग से एलर्जी होने वाले लोगों में सूजन और सांस लेने जैसी समस्या आने लगती है।