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विटामिन बी 12 क्या होती हैं
इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है विटामिन बी12 की कमी, लक्षण और उसके कम या ज्यादा से होने वाली बिमारी के बारे में। आगे पढ़ने से पहले हम जान लेते हैं विटामीन b 12 के बारे में। विटामिन B12 एक ऐसा हेल्थ सप्लीमेंट है जो कि हमारे कोसिकाओ और ब्लड सेल्स को बनाने से लेकर के हमारे नर्वस सिस्टम और डीएनए के फॉर्मेशन में अहम भूमिका निभाती है। यह हमारे शरीर में ब्लड के निर्माण में भाग लेकर के मैग्लोब्लास्टीक एनीमिया जैसी समस्या का समाधान करके हमारी रक्षा करती हैं।
विटामिन बी12 की कमी – vitamin b12 deficiency
विटामिन B12 की कमी एक ऐसी समस्या है जिसका उपचार न किया जाए तो आपको मानसिक और शारीरिक रूप से कई सारी बीमारियां घेर सकती है। विटामिन बी12 की कमी आपको अपने भोजन में पर्याप्त मात्रा में विटामिन B12 युक्त खाद्य पदार्थों को न शामिल करने की वजह से होती है। विटामिन बी12 की कमी होना साफ तौर पर आपकी डाइट पर निर्भर करती है। विटामिन B12 एक ऐसा सप्लीमेंट है जिसको हमारा शरीर नहीं बनता है. इसको बाहरी सोर्स से ही लिया जाता है।
विटामिन बी12 की कमी का होना कोई आसान बात नहीं है, क्योंकि हमारा लीवर इस विटामिन को 2 से 3 सालों तक स्टोर करके रखता है और जरूरत पड़ने पर इस विटामिन को हमारे शरीर के अन्य भागों के पास पहुचाता है।
उमर और शारीरिक स्थिती के अनुसार विटामिन बी12 की प्रतिदिन लेने की खुराक को निम्नलिखित चार्ट के द्वारा दर्शाया गया है, जो कि यदि आप इस चार्ट में दिए गए खुराक से विटामिन बी12 की कम खुराक लेते हैं तो आपको इसकी की कमी हो सकती है।
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विटामिन बी12 की कमी के कारण
विटामिन B12 की कमी के कई सारे कारण हो सकते हैं जिसको निम्नलिखित दर्शाया गया है।
1. दवाइयां का सेवन से।
कुछ दवाइयां होती है जिनके सेवन से विटामिन बी12 की कमी हो जाती है।
•यदि आप शुगर में ली जाने वाली दवा metformin का उपयोग करते हैं, तो आपके अंदर विटामिन B12 की कमी हो सकती है।
• यदि आप गैस की दवाइयां प्रोटॉन पंप इन्हिबिटर जैसे pantaprazole , Rebiprazole या हिस्टामाइन h2 ब्लॉकर ranitidin या famotidine का उपयोग करते हैं तो आपके पेट में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कम बनने लगती है। हमारे पेट में उपस्थित हाइड्रोक्लोरिक अम्ल हमारे खाने से विटामिन बी12 को अलग करने का काम करती है। इन गैस की दवाइयां को लेने से हाइड्रोक्लोरिक अम्ल कम बनता है, जिससे हमारा पेट विटामिन B12 को सही से ऑब्जर्व नहीं कर पता है और उस व्यक्ति में विटामिन बी12 की कमी हो जाती है।
2. शराब का सेवन से।
शराब पीने से हमारी पाचन क्रिया में गड़बड़ी हो जाती है, जिससे विटामिन बी12 को अवशोषण करने में दिक्कत होती है और इसकी कमी हो जाती है।
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3. पेट से जुड़ी बीमारियो के कारण विटामिन बी12 की कमी।
यदि पेट से संबंधित कोई बीमारियां होती है तो भी हमारे शरीर में विटामिन बी12 की डिफिशिएंसी हो सकती है। हमारे पेट के छोटी आंत के सबसे अंतिम भाग में विटामिन बी12 का अवशोषण होता है। यदि उसमें कुछ दिखाते आ जाए तो भी विटामिन बी12 की कमी हो सकती है। किन रोगों के कारण विटामिन बी12 की कमी होती है।
• गैस्ट्राइटिस
• क्रोहन रोग
• पेट में सूजन
• H पायलोरी का इन्फेक्शन
• ट्रांसकोबालामिन II की कमी
4. सर्जरी के कारण
कुछ प्रकार की सर्जरी होती है जिससे इंसान में विटामिन बी12 को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है। पेट की चर्बी कम करने के लिए जब कोई गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करवाता है तो उसके छोटी आंत की कुछ हिस्सा को बाहर निकाल लिया जाता है, जिसमें विटामिन बी12 का अवशोषण होता है। छोटी आत का हिस्सा निकालने के कारण विटामिन बी12 का अवशोषण नहीं होता है और उसकी कमी हमेशा बनी रहती है।
5. उम्र बढ़ने के कारण
उम्र बढ़ाने के साथ लोगों में मांस मछलियों में से विटामिन बी12 को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती हैं। बूढ़े लोगो में विटामीन b 12 की भी कमी आ जाति हैं।
विटामिन बी12 की कमी के लक्षण
विटामिन B12 के कमी के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं।
1. हाथ पैरों में सुनता या झुनझुनी महसूस होना।
2. पैरों में चीटियों के काटने जैसा महसूस होना।
3. आंखों और त्वचा में पीलापन नजर आना।
4. बालों का झड़ना।
5. उल्टी, मतली और पेट का झड़ना।
7. भूख में कमी होना।
8. वजन का काम हो जाना।
9. न्यूरोलॉजिकल समस्या होना।
10. सोचने समझने और बोलने में कठिनाई होना और दिमाग का कमजोर हो जाना।
11. मेगालोब्लास्टिक एनीमिया यानि खून का कमी हो जाना है।
विटामिन बी 12 की कमी से होने वाले रोग
मेगालोब्लास्टिक एनीमिया :– मेगालोब्लास्टिक एनीमिया में हमारे शरीर में खून की कमी हो जाती है। जब किसी को मेगालोब्लास्टिक एनीमिया होती है, तो उसकी लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में कमी और उसकी साइज में बढ़ोतरी आ जाती है। मेगालोब्लास्टिक एनीमिया में लाल रक्त कोशिकाओं की साइज असामान्य से बड़ी हो जाती है।
पीलिया का हो जाना:– विटामिन B12 की डिफिशिएंसी के कारण इंसान को पीलिया हो सकती है, क्योंकि इसकी कमी से लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या में कमी आ जाती है। जब लाल रक्त कोशिकाएं नष्ट होती हैं, तो बिलुरबीन नाम की एक पदार्थ बनती है। बिलुरबीन बढ़ने पर हमारी त्वचा और आंखें पीला पड़ जाती है।
गर्भावस्था में:– विटामिन B12 की कमी के कारण गर्भावस्था में न्यूरल ट्यूब संबंधित समस्या पैदा हो सकती है। न्यूरल ट्यूब पेट में पल रहे बच्चे की सर और रीड की हड्डी को बनाने में अहम भूमिका निभाता है। न्यूरल ट्यूब की काम होने के बाद यह तीन से चार हफ्तों में टूट जाता है।
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विटामिन बी 12 की अधिकता से होने वाले रोग
विटामिन बी12 बढ़ने से कोई रोग नहीं होता है बल्कि यदि कोई आपको रोग है। यदि आपके शरीर में कोई असामान्यता है तो आपके अंदर विटामिन बी12 की संख्या बढ़ सकती है। विटामिन B12 के बढ़ने के पीछे आपको लीवर संबंधित समस्याएं, ऑटोइम्मूनीडिसीज और कई अन्य समस्याएं होती है जिसके कारण विटामिन बी12 की संख्या में वृद्धि हो जाती है।
विटामिन B12 की अधिकता से ब्लड जमने की संभावना बढ़ जाती है।
विटामिन B12 की संख्या बढ़ने से लीवर संबंधित समस्याएं होने लगती है।