बार बार पेशाब आना इलाज–इन 7 कारणों से होती हैं पेसाब की समस्या–If you also see these signs then be careful

उत्सर्जन हमारी प्राकृतिक प्रक्रियाएं है जिस प्रकार हमारा भोजन करना रोज की क्रिया होती है, इस प्रकार पेशाब करना भी हमारा रोज की क्रिया होती। इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं “बार बार पेशाब आना इलाज” के बारे में। यदि आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि आप आवश्यकता से अधिक पेशाब कर रहे हैं, तो आप सही जगह पर पहुंचे हैं।

बार बार पेशाब आना इलाज

एक स्वस्थ मनुष्य जो कि अपनी आवश्यकता अनुसार पानी पी रहा है और दिन में 6 से 7 बार टॉयलेट जा रहा है, रात में 1 से 2 बार टॉयलेट जा रहा है, तो यह सामान्य माना जाता है।

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यदि आपको इस आवृत्ति में गड़बड़ी आ गई हो यानी आप  दिन में आठ बार से अधिक पेशाब करने जाते हैं, रात में दो बार से अधिक उठना पड़ता हो तो आपके लिए यह खतरे का घंटी हैं।

हमें पेशाब का अहसास कब होता है

जब हम पानी या कोई तरल पदार्थ लेते हैं तो हमारी किडनी उसको छान करके पेशाब की थैली में भेज देती है। पेशाब की थैली भरने के बाद हमारी स्पाइनल कॉर्ड के द्वारा एक नर्व गुजरती है, जो कि हमारे दिमाग को पेशाब की थैली भरने का संदेश देती है। फिर हमारे दिमाग द्वारा एक संदेश आता है और हमारी पेशाब की थैली अपनी दीवाल को सिकुड़न और सिथलन के जरिए स्फिंकटर मसल को खोलती है और हम मूत्र त्याग करते हैं। मूत्र त्याग करने के बाद वापस हमारा दिमाग संदेश भेजता है और वह स्फिंकटर मसल बंद हो जाती है।

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बार बार पेशाब आना इलाज

जीन लोगो को मूत्र संबंधी तात्कालिकता होती उन लोगो में रास्ते में जाते वक्त, फिल्म देखते वक्त, काम करते वक्त, हर काम में बार –बार पेसाब करने की तलप बढ़ जाती हैं।

ज्यादा पेसाब आना दो कारणों से जुड़ी हुईं हैं।

बार बार पेशाब आने का इलाज जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि यह समस्या किन कारणों से जुड़ी है।

1. पॉलीयूरिया:–पॉलीयूरिया एक ऐसी कंडीशन है जिसमें बार-बार पेशाब करने का मन करता है और बहुत ज्यादा मात्रा में होता है, यानी पेशाब की क्वांटिटी बढ़ जाती है।

पॉलीयूरिया से संबंधित कारक:–

डायबिटीज मेलिटस

डायबिटीज इनसीपीडस

हाई बीपी की दवाइयां लेना जिसमें diuretics शामिल हो।

कैफीन या अल्कोहल युक्त नशीले पदार्थ लेना है।

ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ का सेवन करना है

2. पेशाब की आवृत्ति में वृद्धि:–इसमें इन्सान बार –बार पेसाब करता है लेकीन काफी कम मात्रा में लगभग 2 से 3 ml ।

यह निम्नलिखित समस्याओं से जुड़ी होती है:–

प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ जाना।

पेशाब के रास्ते में पथरी।

न्यूरोलॉजिकल समस्या होने पर।

(UTI) यानी पेशाब के रास्ते में इंफेक्शन हो जाना।

बार बार पेशाब आना इलाज

बार बार पेशाब आना इलाज

बार-बार पेशाब आने का इलाज तभी संभव है जब हम उसके पिछे के समस्या को सही से समझ पाए। बार-बार पेशाब आना किन समस्याओं के कारण होती है और उनका इलाज क्या है चलिए समझते हैं।

Number 1. शुगर में बार-बार पेशाब आना  

यदि आपको रात में दो-तीन बार या दिन में कई बार पेशाब जाना पड़ रहा हो और पेशाब की मात्रा ज्यादा हो। पेशाब करने के बाद आपके पेशाब में चिट्टी भी लगती हो तो आपको प्री डायबिटीज, डायबिटीज इनसीपीडस या डायबिटिक मेलिटस हो सकती है।

शुगर के मरीजों में होता यह है कि उनका पिट्यूटरी ग्लैंड या हाइपोथैलेमस पर्याप्त मात्रा में एंटीडाययूरेटिक हार्मोन नहीं बनता है या किडनी उस हार्मोन का सही से उपयोग नहीं कर पाती है। इस हार्मोन का सही से नहीं बनने की वजह से पानी का पुनः अवशोषण होता है और पेशाब ज्यादा लगती है।

डायबीटीज के मरीजों में बार बार पेशाब आना इलाज कि अगर बात की जाए तो, समय-समय पर अपनी शुगर लेवल की जांच करते रहे, और अपनी शुगर की दवाई खाते रहे।

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Number 2. अल्कोहल का सेवन करना

शराब पीने के बाद भी हमारा एंटीडाययूरेटिक हार्मोन जो की वेसोप्रेसिन होता है कम बनने लगता है। वेसोप्रोसिन का कम बनने की वजह से मूत्राशय जल्दी भर जाता है और हमें पेशाब करने की इच्छा होती है।

Number 3. UTI (मूत्र मार्ग में संक्रमण हो जाना) 

जब किसी को मूत्र मार्ग यानी पेशाब के रास्ते में संक्रमण हो जाती है बेक्टेरियल इंफेक्शन हो जाती है, इस्ट इंफेक्शन हो जाती है, तो इस स्थिति में इंसान को बार-बार पेशाब जाना पड़ता है।

मूत्र मार्ग संक्रमण ज्यादातर महिलाओं और बच्चों में देखने को मिलता है, क्योंकि महिलाएं की योनि खुली होने के कारण इंफेक्शन डायरेक्ट यूरेथ्रा से ब्लैडर तक और कभी-कभी किडनी तक पहुंच जाता है। यही समस्या पुरुषों में भी होती है।

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इसमे बार बार पेशाब आना इलाज की अगर बात की जाए तो धनिया, लहसुन, अदरक, आवला का सेवन कर सकते हैं। आप uti में प्राकृतिक काढ़ा बनाकर पी सकते हैं जिससे आपको काफी राहत मिलेगी।

यदि आपका UTI बिगड़ जाती है काफी गंभीर हो जाती है तो आप प्राकृतिक चीजों पर ना ध्यान देते हुए अच्छे डॉक्टर से दिखाएं।

Number 4. यदि आपकी प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ गई है, यूरिनरी ट्रैक में पथरी हैं, कोई न्यूरोलॉजिकल समस्या है, यूरिनरी ब्लैडर का ओवरएक्टिव हो जाना है, यूरिनरी ब्लैडर टीवी या फिर कैंसर हो तो यह सारी चीजे बताती है कि आपकी समस्या काफी गंभीर है। इसमें बार बार पेशाब आना इलाज कि अगर बात की जाए तो कोई अच्छे डॉक्टर से दिखाएं या कई स्थितियों में आपको अस्पताल में भर्ती भी होना पड़ सकता हैं।

कई बार प्रेग्नेंट महिला को बार-बार पेशाब आता है, क्योंकि उनका जो पेट में भ्रूण पल रहा होता है उसके दबाव के कारण ब्लेडर पर प्रेशर पड़ती है, जिससे पेशाब करने की इच्छा होती है।

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