अवलोकन
आजकल इस नई जनरेशन में बदलती लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से लोगों में यूरिक एसिड की समस्या काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है। इस आर्टिकल में हम “पपीता यूरिक एसिड की रामबाण दवा” कैसे हो सकती है इसके बारे में भरपूर जानकारी लेने वाले हैं। जिस प्रकार हर एक चीज का अपना अपशिष्ट पदार्थ होता है, उसी प्रकार यूरिक एसिड भी हमारे शरीर में एक अपशिष्ट पदार्थ ही होता है।
यूरिक एसिड प्यूरीन द्वारा बनने वाला एक बेकार पदार्थ होता है, जो की हमारे पेशाब के जरिए बाहर निकल जाता है। जब हम प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों का ज्यादा मात्रा में सेवन करते हैं, तो हमारे शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ने लगती है। कम प्यूरीन को हमारी किडनी पेशाब के जरिए छान कर बाहर निकाल देती है, लेकिन यदि वही रसायन ज्यादा मात्रा में बनने लगे तो यूरिक एसिड का निर्माण होने लगता है।
जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है, तो कई सारी बीमारियां दस्तक दे देती है। जैसे: किडनी में पथरी हो जाना, जोड़ों में दर्द होना (आर्थराइटिस), सूजन की समस्या, पेशाब करते समय दर्द और पेशाब में खून आना। इन सभी समस्याओं से जूझ सकते हैं। इसमें पपीता यूरिक एसिड की रामबाण दवा साबित हो सकता है। पपीता में कई सारे विटामिन मिनरल्स और पोषक तत्व होते हैं जो की यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में सहायता करते हैं।
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पपीता यूरिक एसिड की रामबाण दवा
पपीता कच्चा हो या पक्का उसको यदि आप नियमित तरीकों से खाते हैं, तो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में काफी सहायता मिलती है। पपीते में कई प्रकार के विटामिन E, B, C, A और फाइबर सहित कई सारे मिनरल्स भी पाए जाते हैं जो कि शरीर को स्वस्थ रखकर बीमारियों से लड़ने में सहायता करते हैं।
पपीता यूरिक एसिड की रामबाण दवा इसलिए बोला जाता है, क्योंकि पपीते में पपैन नाम का एक एंजाइम पाया जाता है। यह एंजाइम प्राकृतिक रूप से एंटी इन्फ्लेमेटरी का काम करता है। जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता है तो गाउट की समस्या हो जाती है, जिसमें सूजन का दिखना समान्य है। यूरिक एसिड के कारण हुई सुजन को कम करने के लिए पपीता रामबाण साबित होता है।
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पपीता यूरिक एसिड की रामबाण दवा तो है, लेकिन इसको खाने के अलग-अलग तरीके भी अलग-अलग फायदे देते हैं। यूरिक एसिड की समस्या को खत्म करने के लिए आप कच्चे पपीते या पके पपीते को सुबह-सुबह अपने डाइट में शामिल करें। पपीते को सुबह-सुबह खाने से न केवल यूरिक एसिड की समस्या खत्म होती है, बल्कि पेट संबंधित समस्याएं भी दूर हो जाती है। यदि आपको पपीता कच्चा खाना पसंद नहीं है तो उसकी सब्जि यां पके पपीते का जूस बनाकर पी सकते हैं।